उच्च रक्त्तचाप High Blood Preshar होने के कारण लक्षण और घरेलू उपाय Ghrelu Upaay ilaj
शरीर में रक्त्त संचालन ह्रदय धमनियों द्वारा करता है. जब रक्त्त धमनी में जाता है तब उसकी दीवारे भी दबाव देकर रक्त्त संचालन में सहायता करती है. कभी-कभी धमनी की दीवार मोटी होकर अपना लचीलापन नष्ट कर देती है, तब ह्रदय को अधिक जोर से दबाव डालकर रक्त्त को भेजना पड़ता है उस अतिरिक्त दबाव या चाप को रक्त्तचाप कहते है.
लक्षण
सिर दर्द जी मिचलाना व् सिर चकराना, घबराहट, समान्य से तेज ह्रदय व् नाड़ी की धड़कन. उच्च रक्त्तचाप अपने आप में कई बार कोई लक्षण नही दर्शाता. रक्त्तचाप अधिक बड जाने से लकवा और ब्रेन हेमरेज की शिकायत भी हो जाती है.
कारण
गुर्दे की खराबी, भावनात्मक तनाव, व्यस्तता, अशांति, आनुवंशिकता, अधिक वजन व् मोटापा, अधिक धूम्रपान व् शराब.चिकित्सा
1. उच्च रक्त्तचाप में पेंट साफ रखें. पेट साफ करने के लिए नींबू पानी, इसबगोल, आंवले का रस, अंकुरित मुग, मोठ, चना, सलाद अनिवार्य रूप से सेवन करने चाहिए.
2. इस रोग में उपवास लाभदायक है. सप्ताह में एक दिन उपवास करना चाहिए. उपवास में फलों सब्जियों को व् उनके रस का सेवन करे.
3. उच्च रक्त्तचाप में शवासन से अत्यंत लाभ मिलता है.